IGNOU MHD-19 (July 2024 - January 2025) Assignment Questions
1. निम्नलिखित काव्यांशों में से किन्हीं दो की लगभग 200 शब्दों में संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए:
(क) यदि, तुम्हें पहुँचना है
इस महक तक
अपने कापुरुष से कहो
भय छोड़कर बाहर आये
जैसे छत पर आती है धूप
(ख) समाज का ठेकेदार बनकर
रखा है मुझे दूर आज तक
मन्दिर की दहलीज तक से
शून्य से उत्पन्न
अपात्र ठहराकर ।
(ग) हाँ-हाँ मैं नकारता हूँ
ईश्वर के अस्तित्व को
संसार के मूल में उसके कृतित्व को
विकास प्रक्रिया में उसके स्वत्व को
प्रकृति के संचरण नियम में
उसके वर्चस्व को
(घ) हाँ-हाँ मैं पुजारी बनना चाहता हूँ
देव दर्शन के लिए नहीं
पूजन-अर्चन के लिए कि
देव - मूर्ति के सानिध्य में रहकर
एक मानव कैसे बन जाता है।
पाषाण - हृदय अमानव?
(ड) हम जानते हैं
हमारा सब कुछ
लगता है तुम्हें।
हमारी बगल में खड़ा होने पर
कद घटा है तुम्हारा
और बराबर खड़ा देख
भवें तन जाती हैं।
2. निम्नलिखित गद्यांशों में से किन्हीं दो की लगभग 200 शब्दों में सप्रसंग व्याख्या कीजिए :
(क) चारों तरफ गंदगी भरी होती थी। ऐसी दुर्गंध कि मिनट भर में साँस घुट जाए। तंग गलियों में घूमते सूअर, नंग-धड़ंग बच्चे, कुत्ते, रोजमर्रा के झगड़े, बस यह था वह वातावरण जिसमें बचपन बीता। इस माहौल में यदि वर्ण-व्यवस्था को आदर्श व्यवस्था कहने वालों को दो-चार दिन बकौल लेखक 'मेरे जन्म राय बदल जाएगी।"
(ख) उसका कतरा-कतरा जल गया था। आग में मिलकर वह मुझसे परिवार से सारी दुनिया से अलग हो गयी थी। माँ की मृत्यु का अहसास मुझे उस समय कहाँ भला? होता भी कैसे? जमीन पर घिसटने वाला शिशु था तब मैं पीछे रह गया था, ठूंठ-सा बाप बिना टहनी - पत्तों का ऐसा दरख्त जिसके सीने में कोपले नहीं खिलतीं। यूं मेरे भाई भी थे और बहिन भी, पर प्यार से अधिक कहीं उनमें सहानुभूति थी। बस्ती में कुछ औरतें मुझे 'बिना माँ का बच्चा' कहकर पुकारती दुलारती थी।
(ग) सूअर चर रहा है सूअर कहाँ चरता है? कूड़े के ढेर में गंदगी में ये चीजें डोम बस्ती की दुनिया का अंग है। कुत्ता आदमी का वफादार, उनकी उपस्थिति को सहन नहीं करता है, भौंक कर अपनी नापसंदगी जाहिर कर रहा है। आभिजात्य समाज की सभ्य दुनिया में तो आदमी अपनी कॉलोनी, अपनी जगह में पशु अपनी जगह पशुशाला में रहता है, लेकिन डोम समाज की बस्ती में सभ्यता के ये तौर-तरीके आपस में गुडमुड हो गए हैं। आदमी, कुत्ता, सुअर सभी इकट्ठे ही हैं, एक दूसरे के साथ, एक-दूसरे को बर्दास्त करते हुए जी रहे हैं।
3. निम्नलिखित विषयों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लगभग 300 शब्दों में टिप्पणी कीजिए :
(क) मुक्ति की चेतना के विस्तार को कहानी के माध्यम से प्रस्तुत कीजिए ।
(ख) 'आवाजें कहानी की मूल संवेदना लिखिए ।
(ग) आमने-सामने' कहानी में किस मुद्दे को उठाया गया है।
(घ) 'जूठन' के सरोकारों को स्पष्ट कीजिए ।
(ड़) दलित मजदूर स्त्री शोषण की त्रासदी पर प्रकाश डालिए ।
(च) 'अंगारा' कहानी में अभिव्यक्त दलित चेतना को स्पष्ट कीजिए ।
4. निम्नलिखित गद्यांशों में से किन्हीं दो के उत्तर लगभग 300 शब्दों में लिखिए:
(क) 'वैतरणी' कहानी के उद्देश्य पर प्रकाश डालिए ।
(ख) सुमंगली कहानी के आधार पर दलित स्त्री के तिहरे शोषण की समीक्षा कीजिए ।
(ग) दलित आत्मकथनों में व्यक्त धार्मिक विश्वासों की समीक्षा कीजिए ।
(घ) हिन्दी साहित्य में आत्मकथन की परंपरा का विवेचन कीजिए ।
(ड़) दलित कहानी के सौंदर्यशास्त्रीय प्रतिमानों पर प्रकाश डालिए ।
IGNOU MHD-19 (July 2023 - January 2024) Assignment Questions
1. निम्नलिखित काव्याशों में से किन्हीं दो की लगभग 200 शब्दों में संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए
(क) ऐसी जिंदगी किस काम की
जो सिर्फ घृणा पर टिकी हो
कायरपन की हद तक
पत्थर बरसाये
कमजोर पड़ोसी की छत पर
(ख) यदि वेदों में लिखा होता
ब्राह्मण ब्रहमा के पैर से हुए हैं पैदा!
उन्हें उपनयन का अधिकार नहीं
तब तुम्हारी निष्ठा क्या होती?
(ग) तुमने चुरा लिए
हमारे विकास के रास्ते
शिक्षा पर लगा दिए प्रतिबंध
आखर पर आज रख दी है तुमने
हमारी भागीदारी के लिए
योग्यता की शर्त
पर कब तक फेंकोगे तुम
अपना यह मकड़जाल हम पर।
(घ) धर्म का प्रतिनिधि
समाज का ठेकेदार बनकर
रखा है मुझे दूर आज तक
मन्दिर की दहलीज तक से शून्य से उत्पन्न
अपात्र ठहराकर
(ङ) बन्द किले से बाहर
झाँक कर तो देखो
बरफ पिघल रही हैं
बछड़े मार रहे हैं फर्री
बैल धूप चबा रहे हैं और एकलव्य
पुराने जंग लगे तीरों को आग में तपा रहा है
2. निम्नलिखित गद्याशों में से किन्हीं दो की लगभग 200 शब्दों में संप्रसंग व्याख्या कीजिए:
(क) नर्म और मासूम बालमन पर एक खरोंच पड़ गई थी जो समय के साथ-साथ ग्रंथि बन गयी थी जब भी वह पच्चीस की संख्या पढ़ता या लिखता, उसे पच्चीस चौका डेढ़ सौ ही याद आता।
(ख) मेहतर टोले के इस निर्णय से ठाकुरों के मुहल्ले में हलचल मच जाती है। ठाकुरों के लिए यह बिल्कुल अप्रत्याशित स्थिति है। आज तक कभी भी ऐसा नहीं हुआ था कि कोई मेहतर खुल्लम-खुल्ला बागी बन जाए।
(ग) किसना ने जब गाय मरने का कारण पूछा तो ठाकुर को भी बताना ही था ठाकुर मना नहीं कर सकता अब ठाकुर गाय के मरने का कारण ठण्ड लगना बताता है। इसके बाद रघु ठाकुर उसे मरी गाय उठाकर कहीं फेंक आने के लिए कहता है। किसना बिना कोई जवाब दिये मुड़कर घर में वापिस चला जाता है।
(घ) हम दोनों भाई-बहनों का हाथ पकड़ के तीर की तरह उठकर चल दी थी। सुखदेव सिंह माँ पर हाथ उठाने के लिए झपटा था. लेकिन मेरी माँ ने शेरनी की तरह सामना किया था, बिना डरे ।
3. निम्नलिखित विषयों में से किन्हीं चार प्रश्नों के उत्तर लगभग 300 शब्दों में टिप्पणी कीजिए:
(क) जूठन की कथावस्तु का विवेचन कीजिए।
(ख) अपने अपने पिंजरे के सरोकारों को स्पष्ट कीजिए।
(ग) दलित स्त्री आत्मकथनों की विशेषताएं निरुपित कीजिए।
(घ) दलित कहानी की सोदेश्यता पर विचार कीजिए ।
(ङ) आज का रैदास कविता वर्ण आधिपत्य को चुनौती देती हैं इस कथन के आलोक में कविता पर विचार कीजिए।
(च) दलित समाज के विकास में राजनीतिक चेतना के महत्व पर प्रकाश डालें।
4. निम्नलिखित गद्याशों में से किन्हीं दो के उत्तर लगभग 200 शब्दों में लिखिए
(क) शिल्प और भाषा के सौंदर्यात्मक प्रतिमानों को रेखांकित कीजिए ।
(ख) दलित कहानी के सौंदर्यशास्त्रीय प्रतिमानों पर प्रकाश डालिए ।
(ग) श्मशान घाट और बस्ती की तात्कालिक समस्याएँ क्या हैं?
(घ) वैतरणी कहानी के द्वारा दलित जीवन के यथार्थ पर प्रकाश डालिए।
(ङ) दलित लोक कथा और दलित कहानी के अतः संबंधों की विवेचना कीजिए।
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