Description
कबीलाई संस्कृति हमेशा से हमारे देश की प्राचीन संस्कृति रही है। इन्हें हम आदिवासी के नाम से जानते हैं। सदैव से ही यह एक उपेक्षित समूह रहा है , हालांकि इन जातियों की संख्या बहुत अधिक है। यह हमारे देश में अनुसूचित जातियों , जनजातियों तथा पिछड़ा वर्ग कहा जाता है। भारत समाज में अनेक सामाजिक समूह एवं श्रेणियां पायी जाती हैं जिनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति पर्याप्त भिन्न भिन्न है। कुछ समूह सामाजिक दृष्टि से श्रेष्ठ स्वीकार किये जाते हैं तथा वे समझ में पर्याप्त प्रतिष्ठा संपन्न हैं। इसी प्रकार , कुछ आर्थिक दृष्टि से उच्च हैं तथा अधिक साधन- संपन्न एवं समृद्ध हैं। इनसे भिन्न, भारतीय समाज में कुछ ऐसे समूह भी हैं जो या तोह सामाजिक दृष्टि से निम्न हैं या आर्थिक दृष्टि से पर्याप्त पिछड़े हुए हैं।